- 213 घुटना पीड़ितों का हुआ पंजीयन
इस शिविर में घुटनों के दर्द से पीड़ित ऐसे व्यक्ति जो -
- दवाइयां खा-खा कर परेशान है।
- घुटनों के ऑपरेशन से बचना चाहते है।
- घुटनों के ऑपरेशन के बाद भी दर्द से परेशान है।
- चलना-फिरना, सीढियां चढ़ाना-उतारना मुश्किल हो गया है।
- घुटनों का ग्रीस ( साइनावियाल) खत्म हो गया है।
उनका परीक्षण करते हुए उचित परामर्श दिया। शिविर संयोजक आयोग के कार्यवाहक प्रदेशाध्यक् पवन नाहर ने बताया कि आयोग और संगठन के माध्यम से घुटनों के दर्द से पीड़ित रोगियों को जगृति नी कैलिपर जिनकी एक पैर की कीमत 4 हजार रूपये है उसे शिविर के माध्यम से आधे दामों में उपलब्ध करवाये गये। आज के इस आयोजन में आयोग के मिडिया सेल अध्यक्ष मेघनगर के सुनील डाबी, नीलेश भानपुरिया, अलीअसगर बोहरा, पेटलावद के संतोष गुजराती, कीर्तिश जैन, रायपुरिया के गोपाल चोयल, झकनावदा के मनीष कुमट, प्रशांत मोंटू उपाध्याय, आत्माराम शर्मा, चंदू प्रेमी, पंकज चौरड़िया, अलीअसगर बोहरा, नीरज सौलंकी, जिगर बसेर, मनोज उपाध्याय, ऋषि भट्ट व पेंशनर एशोसियन के मुरलीधर वर्मा ने अपनी सेवाएं प्रदान की।
शिविर के समापन में श्रीसंघ अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत, बोहरा समाज सेकेट्री उद्योगपति अलिहुसैन भाई नाकेदार, पूर्व पार्षद मुस्तम भाई बोहरा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष फकीरचंद राठौड़, उधोगपति रजनीकांत लोढा के सानिध्य में आयोग के सदस्यों ने राजस्थान से पधारें सभी डॉक्टर का सम्मान किया गया। शिविर में बदनावर, धार, बांसवाड़ा, झकनावदा, करवड़, झाबुआ, खवासा, बामनिया, पेटलावद, रायपुरिया, रूपगढ़, मेघनगर, परवलिया सहित आस-पास के कई गाँव के लोगो ने घुटना दर्द से राहत पाई और शिविर आयोजक आयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।