झाबुआ: विश्व व्यापी ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निपटने के रास्ते पर अब झाबुआ चल चुका है । यहां के लोगों ने इस समस्या से निजात पाने के लिये पूरी तरह कमर कसली है । इसी का परिणाम है शिवगंगा झाबुआ द्वारा किया जावे वाला ’हलमा’ कार्यक्रम । बरसों से क्षेत्र में हलमा कार्यक्रम एक भीली परंपरा रही है लेकिन अब झाबुआ की गौरवशाली परंपर बन चुकी है । हाथ में गैती,फावडा,तगारी लेकर हजारों की संख्या में गा्रमीण वनवासी अपने बच्चों,महिलाओं के साथ 14 मार्च को सायंकाल 4 बजे तक झाबुआ के कालेज मेदान पर पहूंच रहे है ।
’हलमा’ कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र में सभी स्तर पर तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। गांव गांव में पंजीयन कार्य एवं नगरीय क्षेत्र प्रबंधन संबंधित कार्यो को अंतिम रूप दे दिया गया है । पंजीयन को लेकर ग्रामो में जबरदस्त उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है । नगर में विशाल कार्यक्रम को देखते हुए बैठक आयोजित कर के प्रबंधनों का बंटवारा किया गया है । शिवजी का हलमा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए राजाराम कटारा एवं भंवरसिंह भहेडिया ने बताया कि सभी प्रकार की तैयारियां पूरी करली गई है ।
विशाल कार्यक्रम को देखते हुए इस पूरे कार्यक्रम को 10 भागों में बांटा गया है । पंजीयन से लेकर जल संरचनाओं के निर्माण तक 10 विभिन्न रंगों के ध्वज बनाये गये है । इन ध्वजों के नीचे ही 1000 से 1500 की संख्या में ग्रामीण जन आकर श्रमदान करेगें । साथ ही पार्किंग , भोजन एवं बैठक व्यवस्था भी इन ध्वजों के आधार पर निर्धारित रहेगी । शिवगंगा के नीरजसिंह राठौर एवं राजेश मेहता ने बताया कि आज सोमवार को इस क्षेत्र के सभी वनवासी बंधु झाबुआ पहूंच जायेगें । सायं साढे 4 बजे नगर में गैती यात्रा का आयोजन किया जारहा है । विभिन्न ध्वज लिये ग्रामीणजन अपने अपने अपने ध्वजों के पीछे यात्रा में शामील रहेंगें ।
विशाल गैती यात्रा कालेज मेदान से शुरू होकर राजवाडा चैक, लक्ष्मीबाई मार्ग, रूनवाल बाजार, थांदला गेट, बसस्टेंड चैराहा,थांदला गेट, बाबेल चैराहा, मनोकमना चैराहा, भोज मार्ग एवं व्यायामशाला के सामने से होती हुई कालेज मैदान पर समापन होगी । सायं साढे 6 बजे विशाल घर्मसभा का आयोजन किया जारहा है जिसमें भविष्य के बारे मे ग्लोबल वार्मिग जैेसी समस्या से झाबुआ कैसे मुक्त हो और पूरे विश्व में इससे कैसे निपटा जावे, विषय पर चर्चा की जावेगी ।
रात्री 9 बजे विश्वख्याति प्राप्त कलाकार बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा संगीतमय,चित्रमय एवं कलात्मक तरिके से राष्ट्रीय गीतों के साथ एक नही है लाखों है भगीरथ विषय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जावेगा जिसे देखने के लिये नगर के हजारों लोग उपस्थित रहेगें । शिवगंगा के उल्लास जैन एवं विकास शाह ने बताया कि हलमा कार्यक्रम को लेकर हाथीपावा टेकरी पर होने वाली सारी तेयारिया पूरी करली है । 10 सेक्टरों में बांट कर ध्वज यहां लगाये जावेगें जिससे हजारों की संख्या में जल संरचनाओं का निर्माण करने के लिये आरहे गा्रमीण जनों को सुविधायें मिल सकेगी । सभी ग्रामीण जन मिल कर करीब 25 हजार कंटूर ट्रेंच का निर्माण तो करेगें ही साथ ही पूराने कंटूर जिनमे मिट्टी भर कर उन्हे गड्ढो से निकालने का कार्य करेगें ।
उल्लेखनीय है कि तीन साल पूर्व शिवगंगा द्वारा शिवजी का हलमा कार्यक्रम के माध्यम से 30 हजार जल संरचनाओं का निर्माण किया गया था जिसका परिणाम यह रहा कि अब यहां घांस प्रचुर मात्रा में पैदा होने लगी है एवं जल सरंक्षण के माध्यम से आसपास के सारे क्षेत्रों में वाटर लेवल बढने के चमत्कारिक परिणाम देखने को मिले है । ’हलमा’ कार्यक्रम में सहभागिता करने के लिये नगर के सभी सामाजिक संगठनों,राजनैतिक संगठनो एवं रचनात्मक संगठनों को आमंत्रित किया गया है जो वहां पहूंच कर पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी भूमिका का निर्वाह करेगें ।
कार्यक्रम को लेकर कालेज मैदान पर शिवगंगा प्रमुख महेश शर्मा के मार्गदर्शन में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कार्यक्रम के प्रंबंधन के संबंध में महत्वपूर्ण चर्चा की गई । बैठक में पाण्डाल व्यवस्था, भोजन प्रबंधन व्यवस्था, जलव्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था एवं स्नान ध्यान व्यवस्था पर विशेष जोर दिया जारहा है । बैठक के दौरान झाबुआ शिवगंगा के महेश शाह, सुशील शर्मा, अंतिम मालवीय, भेरूसिंह चौहान, एवं अनेक वनवासी कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
शिवजी का हलमा कार्यक्रम की चर्चा पूरे देशभर में है, जिसे देखने के लिये महाराष्ट्र,गुजरात, छत्तीसगढ, कर्नाटक, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश एवं अनेक स्थानों से अतिथियों का आना शुरू हो गया है । हलमा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे कनेरी मठ महाराष्ट्र श्री काड सिद्धेश्वर स्वामी, राज्यसभा सदस्य वसवरावजी पाटील, कानूजी महाराज सेमलिया बडा, गायत्री परिवार हरिद्वार के विश्वैश्वर उपाध्याय एवं विवेक चैधरी रतलाम उपस्थित रहेगें । इनके अलावा टाटा इंस्टीट्युट आफ सोश्यल साईंस मुंबई के रविराज, अमन जैन, उज्वल भी उपस्थित रहेगें ।
कर्नाटक बेंगलुरु से विश्वनाथ अल्लनगिरी भी झाबुआ पहूंच रहे है । हलमा कार्यक्रम के निमंत्रण को गत 6 माह से गांव गांव तक पहूंचाने वाले रामपुरा के चमसिंह मेडा, जोबट के जालमसिंह मेडा, छापरा खंडवा के मगनसिंह,रानापुर के श्यामाजी मखोडिया, कुंदनपुर के रुपा मचार,भूतबईडा के बाबुसिंह डामोर, जोबट के मोहित जैन, धाकलीमोटी के नवलसिंह सतलिया बलेडी के मुकामसिंह डामोर अपने दायित्वो का निर्वाह कर रहे है । इनके अलावा बहादूरभाई डामोर, जानू बिलवाल, मनिया भभेरिया, सुरेश चुनावदिया, प्रकाश मखोडिया, प्रबंधन संबंधित कार्यो में जुटे हुए है । शिवगंगा के कार्यकर्ताओं ने ग्लोबल वार्मिग की समस्या से जुझ रहे विश्व को जगाने के लिये जो पहल झाबुआ से शुरू की है , इस कार्यक्रम में जन जन का सहयोग महत्वपूर्ण है । सभी ने अधिक से अधिक संख्या में लोगों से पहूंचने का आव्हान किया है ।