झाबुआ : कलेक्टर अनुराग चौधरी द्वारा म. प्र शासन की सामाजिक न्याय विभाग द्वारा संचालित बहुचर्चित योजना निःशक्त जन प्रोत्साहन योजना 2008 एवं माननीय मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत झाबुआ जिले के दिव्यांगजनों का सामुहिक विवाह का आयोजन करने हेतु जिले में समस्त जनपद मुख्यालयों पर 9 फरवरी को प्रातः 10 बजे से विवाह योग्य निःशक्त युवक -युवतियों का पंजीयन एवं परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें विकासखण्ड मुख्यालय पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत को आयोजन कर्ता नियुक्त कर मैदानी अमले को अपने-अपने क्षेत्र के विवाह योग्य (18 से 40 वर्ष तक के अविवाहित दिव्यांगजन ) निःशक्त युवक-युवतियों को लाने हेतु जिम्मेदारी सुनिश्चित की गई ।
झाबुआ जिले में इस अभिनव आयोजन की पहल कलेक्टर अनुराग चौधरी द्वारा की गई, जिसमें जनपद पंचायत के प्रत्येक सचिव के माध्यम से दिव्यांगजनों के परिचय पत्र, आधार कार्ड, विकलांगता प्रमाण पत्र, शैक्षणिक दस्तावेज एवं 2 फल साईज़ के फोटोग्राफ बुलवाये गये जिसमें जनपद पंचायत द्वारा पंजीयन दल गठित कर कम्प्यूटर ऑपरेटर के माध्यम से पंजीयन कर विवाह हेतु आगामी कार्यवाही कर रहे है । इस हेतु उपसंचालक सामाजिक न्याय सैयद अशफाक अली ने समस्त जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारीयों एवं नगरपालिका-नगर पंचायत के मुख्य नगरपालिका अधिकारियों से दूरभाष पर सम्पर्क कर आवश्यक तैयारीयों का जानकारी प्राप्त कर मैदानी अमले के माध्यम से अधिकाधिक दिव्यांगजनों को इन सम्मेलनों मे शामिल किये जाने हेतु निर्देशित किया ।
इस अवसर पर झाबुआ जनपद में पेरेन्ट्स सोसायटी फॉर द वेल्फेयर ऑफ डिएबल्ड पर्सन्स के अध्यक्ष एवं समाजसेवी यशवंत भण्डारी ने दिव्यांगजनों को इस प्रकार के सामुहिक विवाह में दिव्यांगजनों को दी जाने वाली शासन की सुविधाओं से अवगत कराया, जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्र के प्रबन्धक शैलेन्द्र सिंह ने दिव्यांगजनों को इस परिचय सम्मेलन का महत्व समझाया, कार्यक्रम का संचालन देवराम शिंदे एवं कल्याणपुरा पंचायत के श्री गौड़ ने किया कार्यक्रम में जनपद पंचायत के श्री मेड़ा रमेश महोदिया मुकेश टेलर श्री मचार, नरवरसिंह महेन्द्र मावी विभिन्न पंचायतों के सचिव रोजगार सहायक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जनअभियान परिषद झाबुआ के दयाराम मुवेल, बी एस डब्ल्यू के छात्र-छात्राओं की सक्रिय भूमिका रही ।
समाचार लिखे जाने तक झाबुआ जनपद में 54 युवक-युवतियों ने विवाह हेतु अपना पंजीयन करवाया इसी प्रकार मेघनगर जनपद में जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्र के प्रवीण भाबोर ने बताया कि जनपद मेघनगर में 10 युवक-युवतीयों ने पंजीयन करवाया जिसमें से 2 जोड़ों ने विवाह सूत्र में बंधने का निश्चय किया उपसंचालक सामाजिक न्याय के गजेन्द्र सिंह पंवार ने बताया कि, जनपद पंचायत थान्दला 11 युवक-युवतीयों ने पंजीयन करवाया जिसमें से 4 जोड़ों ने विवाह सूत्र में बंधने का निश्चय किया उसी प्रकार जनपद पंचायत पेटलावद में 40 युवक-युवतीयों ने पंजीयन करवाया जिसमें से 2 जोड़ों ने विवाह सूत्र में बंधने का निश्चय किया है जनपद पंचायत रामा में 20 युवक-युवतीयों ने पंजीयन करवाया जिसमें से 3 जोड़ों ने विवाह सूत्र में बंधने का निश्चय किया है एवं जनपद पंचायत रानापुर में 37 युवक-युवतीयों ने पंजीयन करवाया जिसमें से 3 जोड़ों ने विवाह सूत्र में बंधने का निश्चय किया है ।
इस प्रकार जनपद पंचायत स्तर पर आयोजित दिव्यांग युवक-युवती परिचय सम्मेलन में कुल 21 जोड़ों का पंजीयन निःषक्तजन प्रोत्साहन योजना 2008 एवं माननीय मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत किया गया उपसंचालक सामाजिक न्याय ने बताया कि पंजीयन प्रक्रिया के तहत दिव्यांग हितग्राहियों को अपने समस्त दस्तावेज उनकी सम्बन्धित पंचायत के सचिव/रोजगार सहायक को प्रस्तुत करना है जिससे जिले के अधिकाधिक दिव्यांगजनों का विवाह सामुहिक विवाह सम्मेलन के तहत करवाया जा कर शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया जा सके ।