झाबुआ:प्रकृति और मनुष्य का संबंध पुराना है। पर्यावरण और जीवन की अभिन्नता से सभी परिचित हैं। पर्यावरण की स्वच्छता, निर्मलता और संतुलन से ही संसार को बचाया जा सकता है। कोई भी कविता प्रकृति के बिना संभव नहीं है। प्राचीन साहित्य में कवियों की कविताओं में प्रकृति भरी पड़ी है। जैसे-जैसे विकास की रफ्तार बढ़ रही है, प्रदूषण की मात्रा इतनी अधिक बढ़ती जा रही है कि इंसान चंद सांसें भी सुकून से लेने को तरसने लगा है। लेकिन बदलते परिवेश में पर्यावरण पदुषण की और किसी का ध्यान नही जा रहा हैं, इस बदलते परिवेश में प्रकृति प्रेमी जिले के पुलिस कप्तान महेशचंद जैन ने बिना किसी स्वार्थ के पर्यावरण सुरक्षा का जिम्मां उठाया हैं। उनके द्वारा कई स्थानों पर वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा हैं।
इसी तारतम्यता में इन दिनों हाथिपावा की पहाडियों को हरा भरा करने के लिए पिछले काफी समय से जनसहयोग के माध्यम से वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। जिसकी सराहना करते हुए जन जाग्रति मंच द्वारा आज उनके निवास पर उनका शाल व श्रीफल से सम्मान किया गया और उन्हे एक निवेदन पत्र भी दिया गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक महेशचंद जैन द्वारा प्रकृति से संबंधित किए जा रहे विकास कार्यो की सराहना करते हुए , बताया कि जनजाग्रति मंच पुलिस विभाग का, विशेष तौर से माननीय पुलिस अधीक्षक महोदय का विशेष तौर से आभारी हैं, कि आपकी अगुवाई में हाथीपावा की पहाडी पर पर्यावरण सुधार हेतु अति महत्वपूर्ण कदम व निर्णय लिया गया है। आदिवासी यहां के मुलनिवासी है और विकास की पहल से भलीभांति अवगत हैं। आदिवासी आदिकाल से पर्यावरण प्रेमी रहे है और आज भी हैं।
जन जाग्रति मंच द्वारा पुलिस अधीक्षक को दिया निवेदन पत्र
महोदय को यह विदित है कि वर्षो पूर्व हाथीपावा की पहाडी अति हरीभरी थी। यहां इमारती, जलाउ एवं फलदार पेड पौधे हुआ करते थे। जन जाग्रति मंच आपसे निवेदन करती है कि हाथीपावा की पहाडी पर सम्भावित व आवश्यक पौधा रोपण करें जिसकी सूची निम्न प्रकार है-
- इमारती लकडी देने वाले पौधे- सागोन, हेवन, बबूल, धावडा, खेरिया, नीम, सेमल, हादेड, बांस, मणहिंदी, तहणियो, गोराडिया. पिपल, आदि
- गोंद मिलने वाले पौधे-धावडा, बबूल, हालेडा, गोराडिया, खेरिया आदि
- फलदेने वाले पेड-जामून, महुआ, आम, उबरी (गूलर),दातिया, फिफर, पीपल, करमदी, टेमरू, खजूर, सिताफल, बिल्ली, ईमली, आवंला, बरगत, हेतरी, फिफर, आदि
- रेषम के कीडे को भोजन प्राप्त होने वाले पेड -काकडिया, हादेड, कवडो, बोर, धावडा, आदि
- बेलदार एवं फलदार तथा पत्तेदार सब्जियों वाले पौधे - ककोडी, कडवा डोडी, फांग, गोंदी, झीतामोदी, करम्दा, भाभडी, आदि
- अन्य आवष्यक पेड-- बरगद, खाखरा, मोजाल, रायण, पलाश, करम्दी, मोणो, माखी, हेतरी आदि,
- अतः महोदय, उपरोक्त हमारे इस निवेदन पर गंभीरता से विचार कर पर्यावरण के स्थायित्व हेतू उचित व आवष्यक पौधों रोपण हेतू चयन करें।
उपरोक्त कार्य हेतु जनजाग्रति मंच माननीय महोदय को हाथीपावा पर लगाने हेतू पौधों की उपलबधि में सहयोग हेतू तैयार है। जनजाग्रति मंच द्वारा निवेदन पत्र एवं सम्मान करने के पश्चात पुलिस अधीक्षक का आभार माना। इस दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा जनजाग्रति मंच के सदस्यों को विभिन्न फलदार पौधे एवं सब्जीयों के बीज सदस्यों को दिए ताकि मंच के सदस्य ग्रामीणों को इन बीजों को दे एवं बारिश के मौसम में इन बीजों को बो सके। निवेदन पत्र सौंपते समय दुरबान भूरिया, बहादुर कटारा, कुशाल डामोर, सुमा भूरिया, कालिया भूरिया, हरिया डामोर आदि उपस्थित थे।