तीन घंटे तक मर्यादा एवं आदर्श के प्रतिक श्रीराम के जीवन को निट से निहारा सभी की मुक्त कंठ से कार्यक्रम की प्रशंसा
झाबुआ । महानाट्य रामायण का नयनाभिराम मंचन स्थानीय उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर बुधवार रात्री को सरस्वती शिशु मंदिर झाबुआ की कक्षा शिशु से लेकर 10 तक के भैया बहिनों ने लाईट एण्ड साउंड शो की तर्ज पर लगातार तीन घण्टे अविरल मंचन किया । मां भारती ,ब्रह्म अक्षर ओम, मां शारदे के साथ भगवान श्रीराम का पूजन राकेश भावसार सह सचिव विद्याभारती मालवा प्रांत, अपर कलेक्टर दिलीप कापसे ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिले के प्रभारी कलेक्टर अनुराग चौधरी, ने कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित शिशु मंदिर मे संस्कारप्रद शिक्षा पर जोर दिया जाता है जिसका आज प्रकटीकरण हो रहा हे । मुख्य अतिथि राकेश भावसार ने कहा कि बाल्यावस्था में रोपित किये गये चित्रण जो शिशु के मानस पटल पर अमीट छाप छोडते है । निसंदेह भारतीय संस्कारों से ओत प्रेत नाट्य रामायण का मंचन मूल्यों को रोपित करेगा ।
कार्यक्रम का प्रारंभ केजी -1 के भैया बहिनों ने राम जानकी बैठे है मेरे सीने मे नृत्य से शुरू किया । चलो चले चिढीया घर व मेरे देश के लिये जीये ,गीतों को शिशु वाटिका ने प्रस्तुत किया । महा नाट्य का प्रारंभ तुलसीकृत गणेश वंदना से हुआ । महानाट्य में राम जन्म, ताडका वध, सीता स्वयंवर, शबरी व संग्रिव से भेंट, केवट प्रसंग, अशोक वाटिका प्रसंग, सेतू निर्माण, लंका दरबार, राम रावण युद्ध आदि प्रसंगों का जीवन्त चित्रण हुआ । महानाट्य सुमधुर नृत्य ,मंगल भवन अमंगल हारी, बाजे बाजे अवध बधैयार, ठुमक चलत रामचन्द्र बांते पैजनिया, राम कहानी सुनो राम कहानी, अपने बल को कछु याद करो हनुमान महाबलधारी, राम दरश दिवानी शबरी, पग धोकर नाव चढैयो, पापियों के नाश को ,एक धर्मरथ पर बैठा-एक पाप रथ पर बैठा,युद्धम् , राम आये अवध की ओर सजनी, राम दरबार है जब सारा, आदि नृत्य को देख कर उपस्थित दर्शकों ने तालियों से पांडाल को गुंजित कर दिया ।
कार्यक्रम मे उपस्थित विशिष्ठ अतिथियों में, विधायक निर्मला पेटलरव, कलसिंह भाबर विधायक थांदला, शांतिलाल बिलवाल विधायक झाबुआ, धनसिंह बारिया नपा अध्यक्ष, चेतना पटेल उपाध्यक्ष नगरपालिका, कैलाश चौधरी विभाग समन्वयक धार विभाग, आनंविजयसिंह सक्तावत संस्थापक अध्यक्ष विद्यालय, नीरजसिंह राठौर अध्यक्ष सकल व्यापारी संघ, कमलेश पटेल सचिव व्यापारी संघ, मोहन मालवीय जिला प्रचारक आरएसएस, आकाश चौहान सह जिला कार्यवाह, प्रमोग गुजाल विभाग संयोजक, शैलेष दुबे, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, दिलीप कुश्वाह, अजय पोरवाल, भारत मकवाना, नीतिन पाठक, विभाग संयोजन अभाविप, कैलाश अमलियार प्रकल्प प्रमुख घोसल्या व झाबुआ बाल विकास समिति के समस्त पदाधिकारी एव विद्यालय के समस्त पूर्व छात्र उपस्थित थे ।
नाट्य विधा को जीवन्त करता शिशु मंदिर गत वर्षो मे अष्टावक्र, छत्रपति शिवाजी,व इस वर्ष महानाट्य रामायण का मंच झाबुआ के छोटे छोटे बच्चो से करवाना, भविष्य के नाट्य कर्मियों कां संबल देना व संपूर्ण भारतवर्ष में नाम रोशन करने के लिये पथ प्रदर्शक होगा ।
पात्र परिचय
राम शिवम बिल्लौरे, लक्ष्मण, भावेश कत्थक, सीमा -दीया परमार, हनुमान दर्शन कहार, रावण दीपक सिसौदिया, सुग्रिव सुरेश प्रजापत, विभिषण मोहित डाबी, कुंभकर्ण विकास सिसौदिया, राजा दशरथ दीपक प्रजापत, राज जनक मयंक बैरागी, मंथरा यामिनी माझी, विश्वामित्र दिलीप भूरिया, मंदोदरी संध्या कटारा, कैकई माधवी मकवाना, अंगद उमेश कहार, त्रिजटा पूजा ताहेड, आदि थे ।
सूत्रधार
संपूर्ण महानाट्य की रीढ की हड्डी से सूत्रधार जो रामानंद सागर की प्रसिद्ध चौपाइ्रयों को नृत्य के साथ अभिनय करते हुए विवेक बिल्लोरे, नटिका नंदनी देवडा ने मन मोह लिया । स्वागत पूर्व छात्र परिषद अध्यक्ष विशाल कटकानी, मकरंद आचार्य, रविराज राठौर, वैभवशाह, डा. वैभव सुराणा ने किया । संचालन गजेन्द्र चंद्रावत, लोकेन्द्र चौहान ने सुयक्त रूप से किया । अतिथि परिचय संस्था प्राचार्य बलिराम बिल्लौरे ने किया । आभार संस्था सचिव जितेन्द्र पटेल ने किया । बैठक व्यवस्था नरेन्द्र जेन, दीपक माहेश्वरी, अमीत जैन,ने की । पत्रकार व्यवस्था मुकेश संघवी ने की । विद्युत संयोजन श्रीमती दीपज्योति बिल्लोरे ने किया । महानाट्य रामायण का निर्देशन शिवम बिल्लोरे एव विद्यालय के दीदी आचार्यो श्रीमती दीपा बिल्लौरे, नरेन्द्र शर्मा, अमृत गौस्वामी, मंगला राठौर, नीता घुमरे, सुनिता परखूल, रजनी कटारा, शशि पाटीदार, हेमा पंड्या,रूवेता हाडा, दीपिका गोहरिया, भावना अमलियार, संगीता डामोर, अमीत मचार, अर्जुन सोलंकी ने किया ।