झाबुआ :मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने आज इंदौर संभाग के झाबुआ जिले के कई ग्रामों का भ्रमण किया तथा चौपालों में ग्रामीणों से जनसंवाद कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की मैदानी हकीकत को जाना। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याए मुख्यमंत्रीजी के समक्ष खुल कर रखीं। चर्चा में कई मामलों में लोगों की शिकायत पर अनियमितताओं की संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मौके पर ही अधिकारियों को जांच कर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। वहीं ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में मुख्यमंत्रीजी के समक्ष अपनी मांगे भी रखी।
मुख्यमंत्रीजी ने भी ग्रामीणों की मांगों को तवज्जो देते हुए मौके पर ही उनके यथासंभव निराकरण के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चौपालों की शुरूआत ग्राम भगोर से की। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे ग्रामीणों से सीधे छोटे-छोटे समूहों में चर्चा करना चाहते थे, इसलिये चौपालों के माध्यम से ग्रामीणों से चर्चा का कार्यक्रम नियत किया। ग्रामीणों से सीधे रू-ब-रू होते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे उनसे कुछ सवाल पूछना चाहते हैं। उनके बारे में ग्रामीण उन्हें सही-सही बताएं।
उन्होंने ग्रामीणों से पूछा कि एक रूपये किलो गेंहू चावल व नमक का लाभ मिल रहा है या नहीं।
ऐसे कई सवाल ग्रामीणों से पूछे तथा शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की मैदान हकीकत से रूबरू हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस दौरान ग्राम भगोर में ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या रखी और बताया कि 15-20 साल पहले नलजल योजना स्वीकृत की गयी थी वह पुरानी होकर टूटी-फूटी हालत में है। नवीन नलजल योजना स्वीकृत की जाए। मुख्यमंत्रीजी ने अधिकारियों से चर्चा उपरांत नवीन नलजल योजना स्वीकृत किये जाने की घोषणा की।
चर्चा में एक वृद्ध महिला श्रीमती खिमी बाई द्वारा पेंशन नहीं मिलने की शिकायत पर अधिकारियों को बुलाकर मौके पर ही पासबुक की स्वयं मुख्यमंत्री ने जांच की तथा पासबुक में पेंशन की राशि दर्ज होने पर संतोष व्यक्त किया। बाद में उक्त महिला ने पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग रखी। इस पर मुख्यमंत्रीजी ने स्वैच्छानुदान मद से पांच हजार रूपये दिये जाने की घोषणा की। एक अन्य महिला गीता बाई ने पात्रता पर्ची न मिलने की शिकायत की। उन्होंने मौके पर ही गीताबाई को पात्रता पर्ची बनाकर देने के निर्देश दिये।
भगोर में लाड़ली लक्ष्मी योजना में पांच बालिकाओं को लाभ न मिलने की शिकायत पर मुख्यमंत्रीजी ने पांचों कन्याओं के आवेदन व आवश्यक औपचारिकताओं की पूर्ति करा कर लाभान्वित करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि योजना में लाभ देने में देरे के लिये जो भी अधिकारी दोषी हो, जांच कर उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। कार्रवाई उपरांत रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रेषित की जाए। मुख्यमंत्रीजी ने आवेदकों द्वारा बैंक शाखा प्रबंधक के विरुद्ध अनियमितता की शिकायत को गंभीरता से लिया तथा निर्देश दिये कि सूखाग्रस्त होने से जो किसान कर्ज नहीं दे सकता उससे जोर जबरदस्ती से कर्ज की वसूली न की जाए।
थांदला के वाहन चालक आकाश, दीनू, दिनेश द्वारा पुलिस के विरुद्ध अनियमितता की शिकायत की गयी। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंदौर को जांच करने के आदेश दिये। यहां कुछ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्रीजी से माही नदी की नहर में पानी नहीं आने की भी शिकायत की। मुख्यमंत्रीजी ने कहा कि इस संबंध में वे अधिकारियों से चर्चा कर समस्या का हल निकालेंगे। ग्राम नवापाड़ा नवीन में चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने पेयजल की ही समस्या मुख्य रूप से रखी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों की मांग पर यहाँ भी नवीन नलजल योजना की स्वीकृति की घोषणा की।
ग्रामीणों ने सिंचाई के लिये पानी की कमी की समस्या भी रखी और बताया कि कल्याणसागर तालाब पर डेम बनाया जाता है तो समस्या हल हो सकती है। मुख्यमंत्रीजी ने इसके परीक्षण कराये जाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अगले शिक्षा सत्र से 8वीं तक नवीन माध्यमिक स्कूल शुरू किये जाने, नवीन बालक छात्रावास की स्वीकृति, आदिवासी परमार फलिया में नवीन प्रायमरी स्कूल खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने ग्राम सड़क योजना में सड़क की स्वीकृति, विधायक निधि से पानी का टैंकर तथा ग्राम पंचायत में नवीन राशन की दुकान भी खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में नवीन राशन की दुकान का संचालन महिला स्व-सहायता के माध्यम से कराया जाये।
चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ग्राम गोपालपुरा में भी ग्रामीणों से रूबरू हुए। यहां ग्रामीणों की मांग पर नवीन मीडिल स्कूल खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने ग्रामीण से चर्चा कर मनरेगा के तहत स्वीकृत कपिलधारा कुंओं के मैदानी क्रियान्वयन की स्थिति पता की, इस मामले में हितग्राहियों द्वारा कुंआ निर्माण करने के बावजूद स्वीकृत राशि नहीं मिलने पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मामले की गहराई से जांच की जाए तथा जो भी अधिकारी दोषी हो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। चौपाल में 12वीं पास महिला श्रीमती रोशनी मकवाना ने गांव की समस्याओं को जीवटता के साथ मुख्यमंत्रीजी के समक्ष रखा और बताया कि गांव में बड़ी संख्या में शिक्षित युवा हैं, इस कारण गांव में कम्प्यूटर सेंटर खोले जाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छात्रा की भावना की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर रोशनी मकवाना स्वयं सेंटर चलाना चाहती हैं तो उसमें पूरी सहायता उपलब्ध करायी जाएगी। इसके लिये उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गोपालपुरा से लौटते हुए भगौर में कन्या हायर सेकेण्ड्री स्कूल का निरीक्षण किया तथा स्कूली बच्चों को संवाद स्थापित किया। उन्होंने बालिकाओं की मांग पर हायर सेकेण्ड्री स्कूल की बाउण्ड्रीवाल बनवाने, स्कूल में कृषि एवं वाणिज्य संकाय शुरू करने, भगौर गांव में कक्षा 9 से 12 तक के लिये नवीन कन्या छात्रावास खोलने तथा कन्या माध्यमिक विद्यालय के लिये नवीन भवन बनाने की घोषणा की।
चर्चा में एक गंभीर रोग से पीड़ित बालक के इलाज की बात सामने आने पर मुख्यमंत्रीजी ने बालक को भोपाल पहुंचाकर शासकीय खर्च पर इलाज कराने के निर्देश दिये। इसके बाद मुख्यमंत्रीजी ग्राम खुटाया पहुंचे यहां उन्होंने राशन की दुकान के भण्डार की जांच कराने के निर्देश दिये। कपिलधारा कूपों के निर्माण में अनियमितता की शिकायत पर उसकी भी जांच कराने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने इस गांव में शिविर लगाकर पेंशन तथा अन्य प्रकरणों के निराकरण के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्रीजी ग्राम कल्लीपुरा एवं अंतरवेलिया भी पहुंचे तथा ग्रामीणों से जनसंवाद किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के भ्रमण के दौरान उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह मुख्यमंत्रीजी के सचिव श्री हरिरंजन राव, संभागायुक्त श्री संजय दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विपिन माहेश्वरी, विधायकगण श्री शांतिलाल बिलवाल, श्री कलसिंह भंवर, सुश्री निर्मला भूरिया तथा श्री वेलसिंह भूरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी साथ थे।
मुख्यमंत्रीजी ने भी ग्रामीणों की मांगों को तवज्जो देते हुए मौके पर ही उनके यथासंभव निराकरण के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चौपालों की शुरूआत ग्राम भगोर से की। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे ग्रामीणों से सीधे छोटे-छोटे समूहों में चर्चा करना चाहते थे, इसलिये चौपालों के माध्यम से ग्रामीणों से चर्चा का कार्यक्रम नियत किया। ग्रामीणों से सीधे रू-ब-रू होते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे उनसे कुछ सवाल पूछना चाहते हैं। उनके बारे में ग्रामीण उन्हें सही-सही बताएं।
उन्होंने ग्रामीणों से पूछा कि एक रूपये किलो गेंहू चावल व नमक का लाभ मिल रहा है या नहीं।
- पात्रता पर्ची जारी हुयी है या नहीं।
- गांव में आँगनवाड़ी है या नहीं और यदि है तो नियमित रूप से खुलती है या नहीं।
- बच्चों को सप्ताह में तीन दिन स्वादिष्ट दूध मिलता है या नहीं?
- मनरेगा में ग्राम पंचायत में कौन-कौन से काम चल रहे हैं?
- गाँव में शौचालय बनवाये गये है या नहीं।
- गांव से बाहर दूसरे गाँव में पढ़ने जाने वाले बच्चों को निःशुल्क सायकलें मिली हैं या नहीं।
- बच्चों को दोपहर का भोजन मिलता है या नहीं।
- ऐसे कितने लोग हैं जिन्हें वनाधिकार पट्टे नहीं मिले हैं।
ऐसे कई सवाल ग्रामीणों से पूछे तथा शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की मैदान हकीकत से रूबरू हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस दौरान ग्राम भगोर में ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या रखी और बताया कि 15-20 साल पहले नलजल योजना स्वीकृत की गयी थी वह पुरानी होकर टूटी-फूटी हालत में है। नवीन नलजल योजना स्वीकृत की जाए। मुख्यमंत्रीजी ने अधिकारियों से चर्चा उपरांत नवीन नलजल योजना स्वीकृत किये जाने की घोषणा की।
चर्चा में एक वृद्ध महिला श्रीमती खिमी बाई द्वारा पेंशन नहीं मिलने की शिकायत पर अधिकारियों को बुलाकर मौके पर ही पासबुक की स्वयं मुख्यमंत्री ने जांच की तथा पासबुक में पेंशन की राशि दर्ज होने पर संतोष व्यक्त किया। बाद में उक्त महिला ने पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग रखी। इस पर मुख्यमंत्रीजी ने स्वैच्छानुदान मद से पांच हजार रूपये दिये जाने की घोषणा की। एक अन्य महिला गीता बाई ने पात्रता पर्ची न मिलने की शिकायत की। उन्होंने मौके पर ही गीताबाई को पात्रता पर्ची बनाकर देने के निर्देश दिये।
ये घोषनाये हुई
- चौपालों में ग्रामीणों से किया जनसंवाद,
- भगौर व नवापाड़ा नवीन में नयी नलजल योजनाओं की स्वीकृति,
- नवापाड़ा नवीन व गोपालपुरा में नवीन माध्यमिक स्कूल खोलने,
- एक फलिया में प्राथमिक स्कूल,
- एक ग्राम में नवीन राशन की दुकान खोलने,
- बालक छात्रावास के साथ अन्य घोषणाएं भी की
भगोर में लाड़ली लक्ष्मी योजना में पांच बालिकाओं को लाभ न मिलने की शिकायत पर मुख्यमंत्रीजी ने पांचों कन्याओं के आवेदन व आवश्यक औपचारिकताओं की पूर्ति करा कर लाभान्वित करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि योजना में लाभ देने में देरे के लिये जो भी अधिकारी दोषी हो, जांच कर उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। कार्रवाई उपरांत रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रेषित की जाए। मुख्यमंत्रीजी ने आवेदकों द्वारा बैंक शाखा प्रबंधक के विरुद्ध अनियमितता की शिकायत को गंभीरता से लिया तथा निर्देश दिये कि सूखाग्रस्त होने से जो किसान कर्ज नहीं दे सकता उससे जोर जबरदस्ती से कर्ज की वसूली न की जाए।
थांदला के वाहन चालक आकाश, दीनू, दिनेश द्वारा पुलिस के विरुद्ध अनियमितता की शिकायत की गयी। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंदौर को जांच करने के आदेश दिये। यहां कुछ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्रीजी से माही नदी की नहर में पानी नहीं आने की भी शिकायत की। मुख्यमंत्रीजी ने कहा कि इस संबंध में वे अधिकारियों से चर्चा कर समस्या का हल निकालेंगे। ग्राम नवापाड़ा नवीन में चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने पेयजल की ही समस्या मुख्य रूप से रखी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों की मांग पर यहाँ भी नवीन नलजल योजना की स्वीकृति की घोषणा की।
ग्रामीणों ने सिंचाई के लिये पानी की कमी की समस्या भी रखी और बताया कि कल्याणसागर तालाब पर डेम बनाया जाता है तो समस्या हल हो सकती है। मुख्यमंत्रीजी ने इसके परीक्षण कराये जाने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अगले शिक्षा सत्र से 8वीं तक नवीन माध्यमिक स्कूल शुरू किये जाने, नवीन बालक छात्रावास की स्वीकृति, आदिवासी परमार फलिया में नवीन प्रायमरी स्कूल खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने ग्राम सड़क योजना में सड़क की स्वीकृति, विधायक निधि से पानी का टैंकर तथा ग्राम पंचायत में नवीन राशन की दुकान भी खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में नवीन राशन की दुकान का संचालन महिला स्व-सहायता के माध्यम से कराया जाये।
चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ग्राम गोपालपुरा में भी ग्रामीणों से रूबरू हुए। यहां ग्रामीणों की मांग पर नवीन मीडिल स्कूल खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने ग्रामीण से चर्चा कर मनरेगा के तहत स्वीकृत कपिलधारा कुंओं के मैदानी क्रियान्वयन की स्थिति पता की, इस मामले में हितग्राहियों द्वारा कुंआ निर्माण करने के बावजूद स्वीकृत राशि नहीं मिलने पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मामले की गहराई से जांच की जाए तथा जो भी अधिकारी दोषी हो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। चौपाल में 12वीं पास महिला श्रीमती रोशनी मकवाना ने गांव की समस्याओं को जीवटता के साथ मुख्यमंत्रीजी के समक्ष रखा और बताया कि गांव में बड़ी संख्या में शिक्षित युवा हैं, इस कारण गांव में कम्प्यूटर सेंटर खोले जाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छात्रा की भावना की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर रोशनी मकवाना स्वयं सेंटर चलाना चाहती हैं तो उसमें पूरी सहायता उपलब्ध करायी जाएगी। इसके लिये उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गोपालपुरा से लौटते हुए भगौर में कन्या हायर सेकेण्ड्री स्कूल का निरीक्षण किया तथा स्कूली बच्चों को संवाद स्थापित किया। उन्होंने बालिकाओं की मांग पर हायर सेकेण्ड्री स्कूल की बाउण्ड्रीवाल बनवाने, स्कूल में कृषि एवं वाणिज्य संकाय शुरू करने, भगौर गांव में कक्षा 9 से 12 तक के लिये नवीन कन्या छात्रावास खोलने तथा कन्या माध्यमिक विद्यालय के लिये नवीन भवन बनाने की घोषणा की।
चर्चा में एक गंभीर रोग से पीड़ित बालक के इलाज की बात सामने आने पर मुख्यमंत्रीजी ने बालक को भोपाल पहुंचाकर शासकीय खर्च पर इलाज कराने के निर्देश दिये। इसके बाद मुख्यमंत्रीजी ग्राम खुटाया पहुंचे यहां उन्होंने राशन की दुकान के भण्डार की जांच कराने के निर्देश दिये। कपिलधारा कूपों के निर्माण में अनियमितता की शिकायत पर उसकी भी जांच कराने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने इस गांव में शिविर लगाकर पेंशन तथा अन्य प्रकरणों के निराकरण के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्रीजी ग्राम कल्लीपुरा एवं अंतरवेलिया भी पहुंचे तथा ग्रामीणों से जनसंवाद किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के भ्रमण के दौरान उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह मुख्यमंत्रीजी के सचिव श्री हरिरंजन राव, संभागायुक्त श्री संजय दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विपिन माहेश्वरी, विधायकगण श्री शांतिलाल बिलवाल, श्री कलसिंह भंवर, सुश्री निर्मला भूरिया तथा श्री वेलसिंह भूरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी साथ थे।
झाबुआ जिले के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोडी जाएगी- मुख्यमंत्री श्री चौहान
झाबुआ नगर में भी किया जनता से सीधा संवाद
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने इंदौर संभाग के झाबुआ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के बाद झाबुआ नगर में भी जनसंवाद किया। इस दौरान उन्होंने नागरिकों से रूबरू चर्चा कर उनकी समस्याएं जानी और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की मैदानी हकीकत पता की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिकों से प्राप्त समस्याओं एवं मांगों संबंधी आवेदनों का परीक्षण कराकर यथासंभव निराकरण करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने झाबुआ नगर में जनसंवाद की शुरूआत बस स्टेण्ड पर आयोजित कार्यक्रम से की।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री चौहान ने कहा कि झाबुआ नगर सहित सम्पूर्ण जिले के विकास में कोई कोर कसर नहीं रखी जाएगी। झाबुआ जिले का भ्रमण सतत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने झाबुआ शहर के व्यवस्थित विकास पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे व्यापार करने वाले व्यवसायियों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। शहर को व्यवस्थित बनाने के लिये हर संभव प्रयास किये जायेंगे। फुटकर व्यवसायियों के पुर्नस्थापन के लिये कार्रवाई की जाएगी। उन्हें व्यापार के लिये व्यवस्थित स्थान दिया जाएगा। किसी की भी रोजीरोटी नहीं छिनी जाएगी। उन्होंने झाबुआ शहर के वार्ड क्रमांक 15 में पेयजल के लिये पाईप लाइन बिछवाने के निर्देश दिये। साथ ही बस स्टेण्ड पर शौचालय की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके बाद झाबुआ शहर के राजगढ नाका तथा राजबाडा चौक पहुंचकर भी नागरिकों से सीधा संवाद स्थापित किया।
नागरिकों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी और उनके निराकरण के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान के नगर भ्रमण के दौरान उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधनासिंह, मुख्यमंत्रीजी के सचिव श्री हरिरंजन राव, कमिश्नर श्री संजय दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विपिन माहेश्वरी, विधायकगण श्री शांतिलाल बिलवाल, श्री कलसिंह भंवर, सुश्री निर्मला भूरिया व श्री वेलसिंह भूरिया तथा नगर पालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।