* निर्मल पंड्या/ राणापुर:घंटों खडे रहने के बाद ग्रामिण अंचलों से आने वाले वृद्धजनों को पेंशन के लिए परेशानियों का सामना करना पड रहा हैं। ग्रामिण अंचलों से आने वाले वृद्धजनों को माकुल व्यवस्था के नाम पर बैंक के बार धुप में बैठकर अपनी पेंशन लेने का इंतजार करना मजबुरी बन गया हैं। ग्रामिण वृद्धों की परेशानी को लेकर पुर्व में में भी प्रयासों बावजुद प्रशासन को ग्रामिण वृद्धजनों की परेशानीया नजर नहीं आ रही है। ग्रामिण अंचलों से आने वाले इन वृद्धों को जिल्लत के साथ तेज तपती धुप में बैठना एवं आखिर में कई बार तो ये ग्रामिणजन खाली हाथ ही लोटते है।
वृद्धास्था पेंशन के अतिरिक्त अन्य कई पेंशन जिनके लिए इन ग्रामिणों को आए दिन नगर में बैंको के आसपास भटकना आम हो गया हैं जहा प्रभारी कलेक्टर द्वारा अन्य विकासखंडों में कियोस्क को ग्राम पंचायत स्तर पर जाकर भुगतान करने के आदेश दिए गए ऐसे ही आदेश नगर में आने वाले ग्रामिणों के लिए किया जाना चाहिए ताकि इन्हें इन परेशानियों से निजात दिलवाया जा सके।
तपती धुप के साथ जिल्लत झेलने को मजबुर वृद्धजन
राणापुर स्थित बैंको की तो यह हालात है कि नगर स्थित बैंको में ग्रामिण अंचलों से आने वाले ग्रामिणों को तो ठिक नगर के लोगों के लिए ही पानी एवं अन्य माकुल व्यवस्थाए नहीं है। बैक पर आने वाले ग्रामिण वृद्धजनों के साथ दुकानदारों द्वारा अभद्र व्यवहार किया जाना आमबात हो गई हैं। वृद्धजनों को पेंशन लेने आने पर तपती धुप के साथ जिल्लतों का भी सामना करना होता है जिसके चलते बैंको के समिप स्थित दुकानदार द्वारा इन्हें दुकानो के आसपास बैठने देने में भी कोताही बरती जाती हैं।
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बैक के बाहर बैठे ग्रामिणजन |
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दुकान से ग्रामिणों को हटाते दुकानदार |